नीतीश फिर आएंगे, विपक्ष फिर “विकास” ढूंढेगा!

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

पटना में NDA नेताओं की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और माहौल ऐसा था जैसे 2025 का चुनाव अभी हो ही गया हो, बस गिनती बाकी है।

JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा बोले – “हम फिर से जीतेंगे, और इस बार भी नीतीश बाबू ही ड्राइविंग सीट पर बैठेंगे!”

31+38+34+… अब तो संख्या भी ऐसे गिन रहे हैं जैसे बोर्ड एग्ज़ाम में मार्क्स बढ़ा रहे हों।

“चट्टानी एकता” का दावा, जैसे विपक्ष को एकता से एलर्जी हो गई हो

BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल बोले — “NDA के कार्यकर्ताओं में चट्टानी एकता है!”

मतलब ये एकता इतनी मजबूत है कि Ambuja Cement भी शर्मा जाए। उन्होंने बताया कि अब महिलाओं की भागीदारी भी ज़्यादा है।

“पुरुषों से ज़्यादा महिलाएं आगे आ रही हैं!” लगता है महंगाई से त्रस्त महिलाएं अब राजनीति में खुद उतर आई हैं।

“रात को अस्पताल जाकर वीडियो बनाना” — विपक्ष का नया शौक?

दिलीप जयसवाल ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा – “कुछ नेता रात को हॉस्पिटल जाते हैं, फिर कहते हैं डॉक्टर नहीं हैं।”

अब जनता सोच रही है — “भाई साहब, आप नेता हैं या नाइट शिफ्ट में व्लॉगर?”

जयसवाल बोले —“जब इनके शासन में सड़क थी, तो हॉस्पिटल क्यों नहीं था?”

इस सवाल का जवाब तेजस्वी ढूंढ रहे होंगे — Google Maps पर।

पुल, मेट्रो और “विकास की तस्वीरें” – जो विपक्ष को दिखती नहीं

NDA का दावा है कि मेट्रो, पुल और पुलिया सब बन रहे हैं। लेकिन विपक्ष को कुछ नहीं दिखता।

“लगता है विपक्ष की आंखें विकास पर allergic हैं, पर आरोपों पर 20/20 vision है!”

“तेजस्वी यादव अपराध सिंडिकेट चलाते हैं” — JDU की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा हमला

JDU के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तो सीधा आरोप लगा दिया — “तेजस्वी यादव एक सिंडिकेट चलाते हैं, और उनके ही पार्टी के कार्यकर्ता हत्या में लिप्त हैं।”

साथ में फोटो, FIR, और जमीन विवाद के दस्तावेज़ भी टेबल पर रख दिए गए। अब तेजस्वी के पास जवाब है या नया ट्वीट – वक्त बताएगा।

NDA की गिनती और विपक्ष की गणित — कौन बनेगा बिहार का मालिक?

जहां NDA यत्रा और गिनती में व्यस्त है, वहीं विपक्ष ट्विटर ट्रेंड और रील्स में मशगूल है।

लेकिन NDA का संदेश साफ है — “हम जनता को पुल देंगे, विपक्ष सिर्फ पुल-बांधता है आरोपों का।”

बिहार में “चुनावी पारा” बढ़ रहा है, AC से काम नहीं चलेगा!

एक तरफ NDA की “चट्टानी एकता” और विकास के दावे, दूसरी तरफ विपक्ष की “डिजिटल उपस्थिति” और पुराने आरोप।

जनता देख रही है, सुन रही है और तय कर रही है। और अगर सब कुछ NDA के प्लान के अनुसार चला, तो 2025 में फिर गूंजेगा — “नीतीश फिर आएंगे, विपक्ष फिर TV डिबेट में Busy हो जाएगा!”

“विपक्ष को अब चाहिए एक माइक्रोस्कोप — ताकि वो नीतीश जी के विकास में ‘कमियाँ’ ढूंढ सके!”

गुस्ताखी माफ़! महंगाई इतनी बढ़ी कि 100 में नहीं, अब 112 में आती है पुलिस!

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